Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Options
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“डर के आगे जीत है” – यह सिर्फ एक विज्ञापन नहीं, बल्कि जीवन का सत्य है।
ये तो प्रकृति का उसूल है की नया आएगा और पुराना जाएगा. तो हर वक़्त मरने के बारे में सोच सोचकर बिलकुल भी परेशान ना हों, मौत एक दिन सबकी होनी ही है.
जिससे हमें घबराहट महसूस होना शुरू हो जाती है और हम अपने आपको कमजोर सा महसूस करने लगते हैं. यानी हम उस वक़्त डरने लगते हैं.
रिश्ते का तनाव जिंदगी को न लील जाए, इसलिए जरूरी है इससे बाहर आने के उपाय जानना
आप कानून से डर सकते हैं लेकिन समाज में आप डर के साथ काम नहीं कर सकते हैं। डर कैसा भी हो सकता है जैसे अधिकारी का डर, अपनों से बड़ों का डर, प्रिय व्यक्ति को खो देने का डर, नौकरी चले जाने का डर या फिर उत्पीड़न का डर। सच्चाई यही है कि मन से डर को कैसे निकालें, यह बात हमें कोई सिखाता ही नहीं है। और जब तक यह डर मन से नहीं निकलता हम कोई भी काम कर पाने में असमर्थ होते हैं। जीवन में डर भोजन में नमक जितना ही अच्छा है। इस लेख में हम मन के डर को कैसे दूर करें इसके रहस्यों के बारे में जानेगें।
इसके उलट गलत काम करने वाले लोग हमेशा डरे डरे रहने लगते हैं.
डर को हराने की शक्ति: आत्म-प्रेरणा कैसे जगाएं?
केवल डर की प्रतिक्रियाओं को हि नहीं बल्कि आपको किन किन चीजों, लोगो या परिस्थितियों से डर लगता है इसकी सूची पहले बना ले। फिर जब कभी आप इस तरह की परिस्थिति का सामना करने में फंस जाएं तो खुद को याद दिलाए आपको इससे डर लगता है और खुद को शांत बनाए रखने का प्रयत्न करें।
एक वजह जुडी है भगवान् से और दूसरा कारण है वैज्ञानिक कारण. पहले जानते हैं भगवान् से जुड़ा हुआ कारण.
परिचय – डर here क्या है और यह कैसे पैदा होता है?
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डर हमें हमारे कम्फर्ट जोन में बाँध देता है, नए अवसरों से दूर करता है और हमारे आत्मविश्वास को खा जाता है। लेकिन यह जानना बेहद जरूरी है कि डर कोई राक्षस नहीं, बल्कि एक मानसिक भ्रम है जिसे पहचाना और हराया जा सकता है।
“मैं फेल हो जाऊँगा” → “मैंने पहले भी सीखा है, इस बार भी कर लूंगा”
अपने डर पर पाना चाहती हैं काबू तो इन टिप्स को न करें नज़रअंदाज़